बुर्किना फासो के नेता, कैप्टन इब्राहिम त्राओरे, पश्चिम अफ्रीकी साहेल में फैले सैन्य शासन के लहर में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में सामने आए हैं। उनके क्रांतिकारी भाषण के बावजूद, विश्लेषकों का कहना है कि वह क्षेत्र में सैन्य शासकों के परिचित पैटर्न का पालन करते हैं। त्राओरे ने एक कूड़तांत में सत्ता हासिल की, सुरक्षा और स्थिरता का वादा करते हुए, लेकिन उनकी नेतृत्व शैली पिछले प्रबल शासकों की छाया में है। उनकी उच्चता साहेल में व्यापक अस्थिरता का परिचय कराती है, जहां सैन्य ताक़तों द्वारा शासन पर कब्जा करना लगभग सामान्य हो गया है। दर्शक सवाल कर रहे हैं कि क्या उनकी नेतृत्व वास्तविक परिवर्तन लाएगी या सैन्य प्रभुत्व के चक्र को जारी रखेगी।
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साहेल का राजकुमार
Beneath the ideological bluster, Burkina Faso’s Ibrahim Traoré is just the latest in a long line of African martial impostors.